Kisan Rail Yojana 2024 | किसानों के लिए किसान रेल योजना

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Kisan Rail Yojana 2024

Latest Update : किसानों के लिए पहली किसान रेल का संचालन 07 अगस्त को होगा। यह ट्रैन महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर जायेगी। इस किसान रेल से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसान – व्यापारियों को लाभ मिलेगा। अधिक जानकारी नीचे दी हुयी है….

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फल, सब्जी डेरी, मांस मछली पोल्ट्री जैसे जल्द ख़राब होने वाले उत्पादों की त्वरित ढुलाई और आसान मार्केटिंग के जरिए किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए बजट में किसान रेल योजना का एलान किया है। पूरी जानकारी के लिए नीचे दी गयी इमेज को देखें :-

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में रेलवे के लिए एक ब्लूप्रिंट पेश किया गया था। अपने बजट भाषण में सीतारमण के कहा कि भारतीय रेलवे निजी सार्वजानिक साझेदारी के माध्यम से किसान रेल शुरू करेगी जिसमे जल्द खराब हो जाने वाली कृषि उपज के लिए रेफ्रिजरेटेड डिब्बे होंगे। उन्होंने कहा कि दूध, मांस और मछली समेत शीघ्र ख़राब होने वाले उत्पादों के लिए निर्बाध राष्ट्रीय शीत प्रशीतत श्रंखला के निर्माण के लिए भारतीय रेलवे पीपीपी के माध्यम से किसान रेल चलाएगी। एक्सप्रेस और ढुलाई ट्रेनों में भी रेफ्रिजरेटेड डिब्बे होंगे।

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रेल मंत्रालय ने हाल ही में किसानों की आमदनी बढ़ाने और फल-सब्जियों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए ‘किसान रेल’ योजना तैयार कर ली है। रेलवे किसानों के उत्पादों को तेजी से देश में एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाने हेतु बड़ी संख्या में ट्रेने चलाने की तैयारी कर रहा है। रेलवे ने किसान रेल योजना को ध्यान में रखते हुए रेफिजरेशन की क्षमता वाले कंटेनर्स को खरीदने की तैयारी कर ली है। आने वाले समय में इस तरह के कंटेनर्स खरीदने के बड़े ऑर्डर कपूरथला कोच फैक्ट्री को मिल सकते हैं।

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रेफ्रिजरेटर पार्सल वैन

रेल मंत्रालय ने रेफ्रिजरेटर बोगियों की फ्लीट कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री से खरीदी है। एक रेफ्रिजरेटर पार्सल वैन की क्षमता 17 टन है। रेल मंत्रालय ने 9 रेफ्रिजरेटर बोगियों की फ्लीट कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री से खरीदी है।

पीपीपी के माध्यम से किसान रेल शुरू

भारतीय रेलवे निजी सार्वजनिक साझेदारी (पीपीपी) के माध्यम से किसान रेल शुरू करेगी। इसमें जल्द खराब हो जाने वाली कृषि उपज के लिए रेफ्रीजेरेटेड डिब्बे होंगे। दूध, मांस और मछली समेत शीघ्र खराब होने वाले उत्पादों हेतु निर्बाध राष्ट्रीय शीत प्रशीतित श्रृंखला के निर्माण के लिए भारतीय रेलवे पीपीपी के माध्यम से किसान रेल चलाएगी। एक्सप्रेस तथा ढुलाई ट्रेनों में भी रेफ्रिजेरेटेड डिब्बे होंगे।

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रेफ्रिजरेटर रेल कंटेनर खरीदने की योजना

भारतीय रेलवे की योजना भविष्य में 98 रेफ्रिजरेटर रेल कंटेनर खरीदने की है। पूरी तरह से इस मॉडल के निजी सार्वजनिक साझेदारी के आधार पर ही रखा जाए। एक रेक में 12 टन/कंटेनर क्षमता वाले 80 कंटेनर होंगे।

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चार कार्गो सेंटर

रेलवे ने फल-सब्जियों की लोडिंग-अनलोडिंग हेतु भी प्रोजेक्ट तैयार कर लिया है। सरकार पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत चार कार्गो सेंटर बनाएगी। ये कार्गों सेंटर गाजीपुर घाट (यूपी), न्यू आजादपुर (आदर्श नगर, दिल्ली), लासलगांव (महाराष्ट्र) और राजा का तालाब (यूपी) में बनाये जाएंगे। रेलवे की योजना एक एग्रीकल्चर लॉजिस्टिक सेंटर बनाने की है। रेलवे की पीएसयू कॉनकॉर इसे पूरी तरह से बनाएगी। यह एग्रीकल्चर लॉजिस्टिक सेंटर सोनीपत में बनाया जाएगा। यह लॉजिस्टिक सेंटर 16.40 एकड़ में बनेगा।

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